लोकसभा दूसरे चरण का चुनाव बेहद नजदीक आ गया है , पहले चरण के चुनाव संपन्न होने के साथ ही सभी राजनीतिक दल और अधिक सक्रियता से जुट गए हैं। दूसरे चरण के मतदान में 12 राज्य 88 सीटो पर वोटिंग होनी है पहले चरण की बात की जाए तो 102 सीटो पर वोटिंग इस चरण के तहत संपन्न हो चुका है। इन सभी राज्यों में सबसे महत्वपूर्ण यूपी है आइए जानते हे यूपी के दूसरे चरण की सीटों का हाल..
चुनाव को नुकसान
यूपी के पहले चरण के मतदान के दोरना 8 लोकसभा सीटो पर 60.25% ही वोट डाले गए। ये 8 सीटे हे सहारनपुर ,नगीना , केराना , रामपुर , पीलीभीत , मुज्जफर नगर , बिजनौर,और मुरादाबाद ।कांग्रेस पार्टी का दावा है की वोटर्स उदासीन हो गए है इसलिए मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच रहे है वही भाजपा का दावा है किसी नए चेहरे पर जाना नहीं है जो चेहरा हे उसपर भरोसा है इसलिए लोग निश्चिंत है मोदी को लेकर की हर हाल में चुनाव तो मोदी सरकार की ही जीत होगी । लेकिन वही राजनीतिक विशेषज्ञो का मानना है इसी भाजपा को नुकसान होगा ।
लोकसभा दूसरे चरण का चुनाव, भाजपा केसे नुकसान की भरपाई करेगी
88 सीटो में महत्वपूर्ण सीट यूपी के 8 सीट जिस पर वोटिंग होनी है। 8 में से वर्तमान में 7 सीटे भाजपा के पास है लेकिन इस बार लड़ाई बहुत ही घमासान है , राजनीतिक पार्टियों के पसीने छुटा रही हे , पहले चरण की वोटिंग के बाद जेसे ही मत फीसद गिरा जिसके बाद राजनीतिक दलों के पसीने छूटे इसी के कारण अब अलग अलग तरीके से बयानबाजी हो रही हे मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित किया जाने का होड़ मच गया हैं । मुस्लिम , ठाकुरो और किसानों को नाराजगी की वजह से वोटिंग प्रेतिशत कम रहा है इससे भाजपा को मुजफ्फरनगर और केराना सीटो पर अधिक नुकसान हुआ है ।
बता दे की सारंगपुर लोकसभा सीट पर 65.95% केराना में 61.17% , मुजफ्फरनगर में 59.7% , बिजनौर में 58.21%, नगीना में 59.54%, इसके अलावा मुरादाबाद में 60.67%, रामपुर में 54%, पीलीभीत में 61.91% वोटिंग हुई हैं। इसकी भरपाई भाजपा को दूसरे चरण के चुनाव में करनी होगी इसके लिए अधिक से अधिक मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के साथ ही मतदान करने के लिए भी जागरूक करना होगा |
दूसरे चरण के चुनाव के प्रत्यासी
यूपी चुनाव में जयंत चौधरी जैसे चहरे का दबदबा है पश्चिमी यूपी में उन्हें भी चुनाव लडने के लिए आमंत्रित किया गया है।
मेरठ सीट में भाजपा बनाम बसपा की लड़ाई
अमरोहा में कांग्रेस को भाजपा से नहीं बल्कि बसपा से चुनौती मिल रही है।
गाजियाबाद सीट दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला समझ आ रहा है यह पर vk सिंह का टिकट काट कर अतुल गर्ग पर भाजपा ने दाव खेला है , लेकिन इनके रहे भी आसान नही है ।
सबसे हाई प्रोफाइल सीट गोतम बुद्ध नगर सीट जिसमे सभी वोटर शहरी है , जिसका फायदा हर बार महेश शर्मा को मिलता है इस बार भी उन्ही को मिलने की आश है।लेकिन यह भी कहा जा रहा है की चुनावी मौसम का बदला समीकरण महेश शर्मा को नुकसान न पहुंचाए । लेकिन महेश शर्मा ने डोर टू डोर कैंपेनिंग खूब जोर से कि हे।
बुलंद शहर सीट की बात की जाए तो बसपा बनाम बीजेपी हे , इस बार बसपा ने बड़े ही कूटनीतिक तरीके से सीटो का वितरण किया है जिससे अधिक सक्रियता से वोटर्स को अपने तरफ ले सके ।
अलीगढ़ में भी टक्कर का मुकाबला होने जा रहा है पीएम मोदी ने वहा जाकर वोटर्स को खूब जागरूक किया है , सतीश गौतम चुनावी मैदान में है उसी के साथ बसपा ने भाजपा से आए हितेंद्र कुमार को टिकट दिया है इसी कारण यह पर बसपा भाजपा को नुकसान पहुंचा सकती है।
मथुरा सीट से ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी चुनावी मैदान में है और हैट्रिक लगाने की कोशिश में भी है तो क्या जाट की नाराजगी राजपूत की नाराजगी उन्हें हैट्रिक लगाने से रोक देगी चुनावी समीकरण के तहत कुछ कहा नहीं जा सकता|
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